Matches in DBpedia 2015-10 for { <http://books.google.com/books?vid=ISBN9788171789603> ?p ?o }
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12
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- books?vid=ISBN9788171789603 authorlink "Bhisham Sahni".
- books?vid=ISBN9788171789603 first "Bhisham".
- books?vid=ISBN9788171789603 isCitedBy Hanuman_Chalisa.
- books?vid=ISBN9788171789603 isbn "9788171789603".
- books?vid=ISBN9788171789603 language "Hindi".
- books?vid=ISBN9788171789603 last "Sahni".
- books?vid=ISBN9788171789603 location "New Delhi, India".
- books?vid=ISBN9788171789603 pages "78–80".
- books?vid=ISBN9788171789603 publisher "Rajkamal Prakashan Pvt Ltd".
- books?vid=ISBN9788171789603 quote "हिन्दी का सौभाग्य है कि उसके काव्यकुंज की तुलसी-मंजरी की जैसी सुगंध संसार की साहित्य वाटिका में शायद कहीं नहीं। ... आकर्षण दोनों में अत्यधिक है अपने-अपने ढंग पर दोनों ही बहुत बड़े हैं, पर फिर भी सब तरफ़ से केवल काव्य के सौंदर्य पर विचार करने पर तुलसीदास ही बड़े ठहरते हैं – भाषा साहित्य में रवीन्द्रनाथ के संबंध में कहना पड़ता है कि भ्रम त्रुटियाँ मिल सकती हैं पर तुलसीदास के संबंध में कोई शायद ही मिले। ... और यही कारण है निराला जी तुलसीदास को कालिदास, व्यास, वाल्मीकि, होमर, गेटे और शेक्सपियर के समकक्ष रखकर उनके महत्त्व का आकलन करते हैं।".
- books?vid=ISBN9788171789603 title "Nilu, Nilima, Nilofara".
- books?vid=ISBN9788171789603 year "2000".